भोपाल . प्रदेश सरकार व्यापमं (पीईबी) को बंद करने की तैयारी में है। इसके लिए औपचारिकताएं शुरू कर दी गई हैं। व्यापमं की जगह राज्य कर्मचारी आयोग का गठन किया जाएगा। इधर, व्यापमं ने अब तक स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती के लिए हुई टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) का रिजल्ट अब तक घोषित नहीं किया है। इस वजह से अब तक शिक्षकों की करीब 18 हजार नियुक्तियां अटकी हुई हंै।
कांग्रेस सरकार व्यापमं बंद कर उसकी जगह सरकारी सेवाओं मेंं चयन के लिए राज्य कर्मचारी आयोग का गठन करना चाहती है। इसके माध्यम से विभिन्न विभागों में भर्ती के लिए परीक्षा-इंटरव्यू आदि लिए जाएंगे। यह दावा भी किया जा रहा है कि व्यापमं की तरह इसमें भ्रष्टाचार नहीं होगा। बल्कि पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से उम्मीदवारों को अवसर दिए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक पीईबी को जल्द बंद कर दिया जाएगा। इस संबंध में प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है। इसे बंद करने के बाद इसकी री-स्ट्रक्चरिंग की जाएगी और नए तौर-तरीके से इसके माध्यम से परीक्षा ली जाएगी।
अब तक घोषित नहीं हुआ परिणाम : पीईबी ने फरवरी में टीईटी आयोजित की थी। इसका परिणाम चार महीने गुजर जाने के बाद भी घोषित नहीं किया जा सका है। इस वजह से स्कूलों में लगभग 18 हजार शिक्षकाें की भर्ती अटकी हुई है। अतिथि शिक्षकों के माध्यम से स्कूलों में पढ़ाई हो रही है। स्कूल शिक्षा के अधिकारियों का कहना है कि पीईबी से रिजल्ट घोषित करने का इंतजार है। जब तक रिजल्ट घोषित नहीं होगा, तब तक अतिथि शिक्षकों से काम चलाना पड़ेगा। इतना समय गुजर जाने के बाद भी रिजल्ट घोषित न होने से पीईबी पर सवाल उठ रहे हैं। इधर, पीईबी के परीक्षा नियंत्रक एकेएस भदौरिया ने कहा कि इस महीने के अंत तक रिजल्ट घोषित किया जा सकता है।
इनका कहना है
कांग्रेस ने जनता से जो वादा किया है, उसे पूरा करेंगे। पीईबी की री-स्ट्रक्चरिंग की जाएगी। इसकी तैयारी की जा रही है। – बाला बच्चन, तकनीकी शिक्षा मंत्री