इंदौर | कटनी में खाद्य आपूर्ति निगम के प्रबंधक सलमान हैदर खान के इंदौर और कटनी के ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस ने आय से अधिक संपत्ति होने के आरोप में सोमवार को छापामार कार्रवाई की है। प्रारंभिक जांच में ही सलमान के पास पांच करोड़ से ज्यादा की संपत्ति होना पता चला हैै। मूलत: इंदौर का रहने वाला सलमान अभी कटनी में पदस्थ है। लोकायुक्त एसपी डॉ. सव्यसाची के मुताबिक इंदौर में पागनीसपागा, नंदन नगर, छत्रीपुरा, कागदीपुरा स्थित घरों पर एक साथ कार्रवाई की गई। सलमान ने दो शादी की है। दूसरी पत्नी के साथ वह पागनीसपागा स्थित बारगल अपार्टमेंट में रहता है। यहां उसने अपनी सुख-सुविधा के हिसाब से तीन फ्लैट खरीद रखे थे।
इन्हें संयुक्त कर बंगले जैसा बना लिया है। निरीक्षक राहुल गजभिये को इस केस की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पागनीसपागा स्थित घर पर डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल, निरीक्षक विजय चौधरी की टीम ने दस्तक दी थी। सुबह पौने छह बजे टीम पागनीसपागा पहुंची तो सलमान की पत्नी ने दरवाजा खोला। शुरुआती चार-पांच मिनट तक घर वाले समझ नहीं पाए कि लोकायुक्त पुलिस क्यों आई है। फिर समझाया कि कमाई से ज्यादा संपत्ति होने के शक में कार्रवाई की जा रही है। उधर, एसपी ने एक टीम को कटनी भी भेज दिया। वहां से सलमान को साथ लेकर टीम आई। मंगलवार को बैंक खातों की जांच की जाएगी।
10 एकड़ जमीन, ज्यादातर संपत्ति पत्नी, साले व बेटा-बेटी के पास; छह निजी कारें, सभी पर लिखा ‘मप्र शासन’ : सलमान ने पागनीसपागा स्थित मल्टी के तीन फ्लैट खरीद रखे थे। उसने तीनों फ्लैट को आपस में जोड़कर बंगले का रूप दे रखा था। इस घर में सात लाख नकद, ग्लैमर हाईवे सिटी टाउनशिप में दो प्लॉट, गुलाबबाग कॉलोनी में तीन प्लॉट, विभिन्न अपार्टमेंट में 5 फ्लैट मिले हैं। इसके अलावा इंदौर में पांच, कटनी में एक लग्जरी कार और दो एक्टिवा भी मिली है। सभी निजी कारों पर उसने ‘मप्र शासन’ लिखवा रखा था। ईरान की मुद्रा भी सलमान के घर से मिली है। इसके अलावा एक एकड़ जमीन सिंहासा, एक एकड़ जमीन तोरणी और आठ एकड़ जमीन खंडवा में मिली है। एक दुकान महालक्ष्मी नगर, एक दुकान एमजी रोड और एक दुकान धार रोड पर मिली है। ज्यादातर संपत्ति पत्नी, साले और बेटा-बेटी के नाम खरीद रखी है।
रसूख दिखाने का शौकीन रहा : रसूख दिखाने के शौकीन सलमान ने धर्मस्थल के लिए एक करोड़ रु. के दान दिया। हज यात्रा पर भी 40 लाख खर्च किए। लौटने के बाद शाही दावत दी। इसमें समाजजन के अलावा प्रदेश के प्रमुख लोगों को भी बुलाया। बेटी की शादी में एक मैरिज गार्डन पांच दिन के लिए 8 लाख रु. में बुक किया। करीब 50 लाख शादी पर खर्च किए गए। पड़ोसियों के मुताबिक वह खुद को अपर कलेक्टर बताकर रौब जमाता था।