सड़क पर जनता, सोशल मीडिया पर सरकार

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झारखंड में जनता सड़क पर नौकरियों के लिए संघर्ष कर रही है तो सरकार सोशल मीडिया पर नई-नई घोषणाएं कर रही हैं। सोमवार को एक तरफ जहां झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JPSC) की अनुशंसा के बावजूद नियुक्ति नहीं होने से नाराज शिक्षक के लिए चयनित सैकड़ों अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव कर रहे हैं।

वहीं, दूसरी तरफ CM हेमंत सोरेन सोशल मीडिया पर नई नौकरियों की घोषणा की हैं। CM ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि- “मेरा उद्देश्य सिर्फ सरकारी नौकरियां में ही झारखंड की समृद्ध स्थानीय भाषा को प्रथामिकता देना नहीं है, बल्कि इससे जुड़े पाठ्यक्रम को भी दिशा देकर सशक्त करना है।’

अनुसूचित जिले का दंश झेल रहे 2 हजार अभ्यर्थी

11 अनुसूचित जिलों के हाई स्कूलों में कुछ विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति JPSC की अनुशंसा के बाद भी नहीं हो सकी है। इसी की मांग को लेकर अभ्यर्थी प्रदर्शन करने रांची पहुंचे हैं। उनका कहना है कि राज्य के 11 गैर अनुसूचित जिलों में इतिहास, नागरिक शास्त्र विषय में चयनित उम्‍मीदवारों की नियुक्ति नहीं हो सकी है। लगभग दो हजार अभ्यर्थियों की नियुक्ति होनी है। 13 अनुसूचित जिलों में इस विषय में नियुक्ति हो चुकी है।

हाईकोर्ट आपत्ति से इनकार कर नियुक्ति का दे चुका है आदेश

नियोजन नीति का मामला पहले हाईकोर्ट और इसके बाद सुप्रीम कोर्ट जाने के कारण नियुक्ति पर रोक लगा दी गई थी। बाद में हाईकोर्ट ने इन नियुक्तियों में किसी तरह की आपत्ति नहीं होने का हवाला देते हुए सरकार को बहाली शुरू करने के लिए कहा। 13 जिलों में नियुक्त शिक्षक वेतन उठा रहे हैं, लेकिन एक ही परीक्षा से नियुक्ति होने के बाद भी वह सड़क पर हैं।

स्थानीय भाषा में 200 नए प्राध्यपकों की नियुक्ति की CM ने की घोषणा

CM ने घोषणा की है कि विभिन्न महाविद्यालयों में संथाली, हो, कुरमाली, खोरठा, मुण्डारी आदि भाषाओं पर 200 से अधिक पदों पर शीघ्र नियुक्ति होगी। CM ने कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा के विभिन्न कॉलेजों में इन विषयों में सृजित पदों का ब्योरा भी डाला है। इसके मुताबिक, यहां कुड़ुख में 6, संथाली, हो और कुमारी में 39-39 और मुंडारी भाषा मे 12 पदों की नियुक्ति होनी है।

JPSC की अनुशंसा पर कुलपति करेंगे नियुक्ति

इनमें प्राध्यापक के 7, सह प्राध्यापक के 14 और सहायपक प्राध्यापक के 28 पदों पर नियुक्ति की विवरणी दी गई है। इन सभी की नियुक्ति सातवें वेतनमान के तहत के तहत की जाएगी। सह प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापक की सीधी नियुक्ति राज्य सरकार के स्टैच्यूट के अनुसार JPSC की अनुशंसा पर कुलपति की ओर से की जाएगी।

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