जयपुर. शास्त्रीनगर में 7 और 4 साल की मासूमों को 9 दिन के अंतराल में अगवा कर दुष्कर्म करने वाले आरोपी सिकंदर उर्फ जीवाणु को सोमवार के दिन कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे तीन दिन के लिए जेल भेज दिया गया है। जेल में आरोपी की शिनाख्त परेड कराई जाएगी। वहीं, दुष्कर्म के साथ अन्य मामलों पर भी जीवाणु के खिलाफ फाइलें खोली जाएंगी।
इससे पहले आरोपी को कोर्ट में लेकर आते वक्त वकीलों की भीड़ ने हमला कर दिया। इस दौरान आरोपी को लात घूंसे भी मारे गए। आरोपी को कड़ी सुरक्षा में किसी तरह कोर्ट में पेश किया गया। जिसके बाद बाहर निकलते वक्त भी वकीलों ने मारपीट करने की कोशिश की।
2001 में पहली बार चाेरी की वारदाताें में पकड़ा गया था
एडिशनल पुलिस कमिश्नर लक्ष्मण गाैड़ ने बताया कि आराेपी सिकंदर 34 साल का है। उसने 2001 में चाेरी की पहली वारदात की। इस मामले में पुलिस ने उसे पकड़ा था। इसके बाद उसने नकबजनी की दाे अन्य वारदाताें काे अंजाम दिया। बता दें कि 2001 की इस घटना के समय सिकंदर नाबालिग ही था।
2004 में ब्रेड दिलाने के बहाने बच्चे से कुकर्म किया, फिर मार डाला
पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि सिकंदर वर्ष 2004 में मुरलीपुरा से एक बच्चे काे ब्रेड दिलाने के बहाने अपने साथ ले गया और कुकर्म के बाद उसकी हत्या कर शव काे पानी की टंकी में डाल दिया था। इस मामले में उसे उम्रकैद की सजा हुई, लेकिन वह 2015 में जेल से जमानत पर बाहर आ गया।
2015 में जेल से छूटते ही बच्चियाें से छेड़छाड़, पुलिस पर हमला कर भागा
सिकंदर वर्ष 2015 में जेल से जमानत पर बाहर अाया ताे भी अपनी हरकताें से बाज नहीं आया। उसने भट्टा बस्ती इलाके में दाे बच्चियाें से छेड़छाड़ की थी। तब लाेगाें ने उसे पकड़ लिया था। पुलिस माैके पर पहुंची ताे वह पुलिसकर्मियाें पर सरिये से जानलेवा हमला कर भाग गया था।
अब तक 12 केस दर्ज, छह बार जेल भी जा चुका
आराेपी के खिलाफ अब तक कुल 12 आपराधिक मुकदमे दर्ज हाे चुके हैं। इन मामलाें में वह 6 बार जेल जा चुका है। अाराेपी ने काेर्ट पेशी के दाैरान हिरासत से भागने का प्रयास भी किया था। अब जमानत पर छूटा ताे शास्त्रीनगर इलाकाें में दाे बच्चियाें से दुष्कर्म किया।