राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीज भले ही बेहद कम मिल रहे हैं, लेकिन दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। यही वजह है कि डीडीएमए ने बृहस्पतिवार को जारी आदेश में न सिर्फ कोरोना जांच जारी रखने के निर्देश दिए हैं, बल्कि कंटेनमेंट जोन की व्यवस्था भी सुचारु रखने के लिए कहा है। बताया जा रहा है कि छठी से आठवीं तक के स्कूलों को नहीं खोलने का फैसला भी इसी के मद्देनजर किया गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और प्रभाव के मद्देनजर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। यही वजह है कि डीडीएमए ने बृहस्पतिवार को जारी आदेश में न सिर्फ कोरोना जांच जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
बृहस्पतिवार को डीडीएमए की महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें बताया गया कि फ्लू एवं कोरोना के लक्षण एक प्रकार के हैं। यह फ्लू का सीजन है, जिसमें लगातार जांच को जारी रखना होगा। कोरोना से बचने के लिए राजधानी में कंटेनमेंट जोन बनाने की प्रक्रिया को भी जारी रखना जरूरी है।
हर किसी को लगाना होगा मास्क
बैठक में आइसीएमआर के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव ने कहा कि वैक्सीनेशन कोरोना को पूरी तरह रोक नही रहा है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को मास्क लगाना होगा। किसी भी प्रकार की भीड़ से लोगों को बचाना होगा। अगर किसी कारणवश भीड़ होने की उम्मीद है तो इसके पूर्व वैक्सीनेशन किया जाना चाहिए।
बैठक में डा. सुजीत कुमार सिंह ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार 100 से कम हैं, यह बेहतर स्थिति है। वहीं, नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल ने कहा कि फ्लू व कोरोना के लक्षण एक जैसे हैं, इसलिए जांच प्रक्रिया जारी रखनी होगी।
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आई है। बावजूद इसके केरल में बढ़ते मामले चिंता जाहिर करने वाले हैं।
आठ दिन बाद कोरोना से एक मरीज की मौत
वहीं, राजधानी दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर 0.08 फीसद से घटकर 0.04 फीसद हो गई है। बृहस्पतिवार को 28 नए मामले आए। वहीं आठ दिन बाद पिछले 24 घंटे में कोरोना से एक मरीज की मौत हो गई।