जोधपुर. पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में आई तल्खी का असर अब सरहद उस पार की रिश्तेदारी पर पड़ने लगा है। भारत ने पाकिस्तान से आने वाले लोगों को वीजा देने पर सख्ती बरतना शुरू कर दी। ऐसे में राजस्थान के सरहदी जिले जैसलमेर और बाड़मेर से पाकिस्तान जाकर शादी करने वाले तीन युवकों की दुल्हनों को अभी तक भारत आने का वीजा नहीं मिल पाया। दो दूल्हे पांच महीने से अपनी दुल्हन के आने का इंतजार कर रहे है, जबकि एक दूल्हा पाकिस्तान में रहकर ही अपनी दुल्हन को वीजा मिलने का इंतजार कर रहा है।
जैसलमेर जिले के बइया गांव से विक्रम सिंह व नेपाल सिंह का रिश्ता पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हुआ। दोनों थार एक्सप्रेस से अपनी शादी करने बारात लेकर पाकिस्तान गए। विक्रम सिंह की शादी 22 जनवरी व नेपाल सिंह की शादी 26 जनवरी को हुई। दोनों ने अन्य बारातियों के साथ पाकिस्तान में ही ठहर कर दुल्हन को वीजा मिलने का इंतजार किया। काफी जद्दोजहद के बावजूद वीजा नहीं मिलने पर दोनों दूल्हे बगैर दुल्हन भारत वापस आ गए।
वहीं, बाड़मेर जिले के गिराब थाना क्षेत्र महेन्द्र सिंह का बारात अप्रैल माह में पाकिस्तान गई। उसकी भी वहीं शादी हुई। शादी के बाद कुछ दिन तक दुल्हन को वीजा मिलने के इंतजार में बाराती वहीं डटे रहे। इसके बाद बाराती तो वापस आ गए, लेकिन दूल्हा अपनी दुल्हन को साथ में लेकर आने के लिए पाकिस्तान में ठहरा हुआ है, लेकिन अभी तक उसे वीजा नहीं मिल पाया। तीनों दूल्हों के परिजन सरकारी स्तर पर नेताओं व अधिकारियों से मुलाकात कर वीजा हासिल करने का प्रयास में जुटे हैं।