पंचकूला. ट्राईसिटी में स्ट्रे डॉग जानलेवा होते जा रहे हैं। आए दिन बच्चे इनका शिकार हो रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसी का नतीजा है कि रविवार को पंचकूला सेक्टर-4 के गांव हरिपुर में चार साल की मासूम बच्ची को स्ट्रे डॉग ने बुरी तरह से काट खाया।
बच्ची दोपहर को ढाई बजे भंडारे में गई थी। अनन्या यहां पेड़ के नीचे से जामुन उठा रही थी, तभी एक कुत्ते ने बच्ची पर हमला कर दिया। चेहरे काे फाड़ दिया। मांस अलग कर दिया। बच्ची का जबड़ा भी दिखाई देने लगा। वहां मौजूद लोग अगर उसे न छुड़ाते तो कुत्ता बच्ची की जान ले लेता।
लोग पहले बच्ची को उसकी मां के पास ले गए और फिर इलाज के लिए सेक्टर-6 के जनरल अस्पताल। यहां उसे एंटी रेबीज इंजेक्शन देकर पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। बच्ची के गाल पर 6 इंच का लंबा कट है। रात 11:30 बजे बच्ची को सर्जरी के लिए ओटी में ले जाया गया था। घरवालों का आरोप है कि इलाज में देरी हुई है।
निगम की डॉग कैचर टीम ने फोन ही नहीं उठाया
नगर निगम के अफसर एसी कमरों में बैठकर दावे करते हैं कि पंचकूला में स्ट्रे डॉग नहीं रहने देंगे। हैरानी की बात ये है कि जिस एजेंसी को डॉग कैचर का जिम्मा दिया गया है, उनके जिम्मेदार पब्लिक का फोन तक अटैंड नहीं करते। रविवार को भी सेक्टर-4 के उमेश ने डॉग कैचर टीम को फोन किया, लेकिन एक नंबर स्विच ऑफ मिला तो दूसरे नंबर पर भी कई बार फोन किया, लेकिन फोन रिसीव ही नहीं किया गया।
जिम्मेदार निगम कमिश्नर बोले
बच्ची को स्ट्रे डॉग ने काटा है। यह काफी दुखदायी घटना है। स्ट्रे डॉग के मामलेे में जो भी कानून के तहत कार्रवाई बनती है, वह हम कर रहे हैं। कुत्तों को पकड़कर स्टरलाइज किया जाता है, उन्हें दोबारा वहीं छोड़ना पड़ता है। अब तक हम 7,800 कुत्तों को स्टरलाइज कर चुके हैं। -राजेश जोगपाल, नगर निगम कमिश्नर, पंचकूला