दो घंटे तक दर्द से कराहते रहा कर्मचारी, मौत के बाद आए डॉक्टर

0
47

बोकारो के दुग्दा कोलवाशरी प्लांट में गुरुवार देर रात 37 वर्षीय राजू राजभर की मौत हो गई। वह FF प्लांट दुग्दा-2 में कार्यरत था। प्लांट के कर्मचारी उसकी मौत के लिए प्रबंधन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका आरोप है कि प्रबंधन की लापरवाही से ही उसकी मौत हो गई है।

उनके साथ काम कर रहे कर्मचारी महिपाल पासवान ने बताया कि राजू 12 बजे उन्हें बताया कि उसके पेट व सीने में तेज दर्द हो रही है। उन्होंने इसकी सूचना प्रबंधन के एनसी सामंता को दी। साथ ही तुरंबत डॉक्टर और एंबुलेंस बुलाने की मांग की। लेकिन वह दो घंटे तक कराहते रहा कोई डॉक्टर नहीं आए। 2 बजे रात के बाद जब तक डॉक्टर आए उसकी मौत हो चुकी है।

मौत पर सवाल

राजू राजभर की मौत पर भी सवाल उठ रहा है। उनके साथ काम कर रहे श्रमिकों का कहना है कि उसके पेट और सीने में दर्द था। लेकिन जब उसके शव को बाहर निकाला गया तो उसके मुंह और नाक से झाग निकल रहा था।

आश्रितों को तत्काल नौकरी की मांग पर अड़ा संगठन

घटना के बाद सुबह से ही बड़ी संख्या में मजदूर व श्रमिक संगठनों के नेता प्लांट पहुंचकर वाशरी के जी एम को बुलाकर मृतक के आश्रित को तत्काल नौकरी की मांग कर रहे हैं। मजदूरों का कहना है कि अगर समय से इलाज शुरू हो गया होता तो उसकी जा बच सकती थी।

क्या है मजदूर संगठन की मांग

जनता मजदूर संघ के दुग्दा कोलवाशरी शाखा सचिव गुलाबचंद चौहान ने वाशरी कर्मी की मौत का जिम्मेवार वाशरी प्रबंधन को ठहराते हुए कहा कि सही समय पर एम्बुलेंस और डॉक्टर मिल जाने से मृतक को बचाया जा सकता था।उन्होंने मृतक के आश्रित को फैटल एक्सीडेंट के तहत तत्काल प्रोविजनल नियोजन, 15 लाख अनुग्रह राशि तथा वर्कमैन कंपनसेशन देने की मांग की।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here