नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में हो रहे खून खराबे और हिंसा के बीच गृह मंत्रालय ने एक बड़ा खुलासा किया है। गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि, बंगाल में कुछ मदरसों का इस्तेमाल आतंकी संगठनों की मदद करने में किया जा रहा है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि, बंगाल के बर्दवान और मुर्शिदाबाद के कुछ मदरसों का इस्तेमाल आतंकी कर रहे हैं। बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन(जेएमबी) मदरसों के जरिए कट्टरता फैलाने और संगठन में भर्ती का काम कर रहे हैं।
कुछ रिपोर्टों के अनुसार, जेएमबी ने बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंक की फैक्ट्री स्थापित किया है। इस संकेत के साथ कि बांग्लादेशी आतंकी समूह को लश्कर-ए-तैयबा जैसे पाक आधारित आतंकी समूहों का समर्थन प्राप्त है। केंद्र की मोदी सरकार समय-समय पर राज्य सरकार को सलाह जारी करती आई है।
पश्चिम बंगाल प्रशासन के सूत्रों ने कहा कि हालांकि नई जानकारी तथ्यात्मक नहीं है। एक अन्य उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि पश्चिम बंगाल में बहुत सारे गैर-मान्यता प्राप्त मदरसे मौजूद हैं और फंडिंग के लिए उन्हें जेएमबी और अन्य बांग्लादेश आधारित संगठनों का समर्थन मिल रहा है।
2 अक्टूबर 2014 को, पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले में एक घर में एक विस्फोट हुआ जिसमें सकील गाजी नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी। एनआईए ने अपनी जांच में खुलासा किया कि जेएमबी के सदस्य बांग्लादेश में लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को उखाड़ कर शरिया शासन स्थापित करना चाहते थे। इसी तरह, जेएमबी बोधगया विस्फोट में शामिल था।