ट्रैक पर प्रदर्शनकारियों ने किया कब्जा, तकरीबन 30 ट्रेनों का परिचालन बाधित

0
51

संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद का असर सोमवार को सड़क यातायात के साथ रेल परिचालन पर भी पड़ा है। उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल, अंबाला मंडल और फिरोजपुर मंडल में लगभग 20 स्थानों पर प्रदर्शनकारी ट्रैक पर कब्जा करके धरना पर बैठ गए, जिससे 30 के करीब ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई। चंडीगढ़-नई दिल्ली शताब्दी सहित 12 ट्रेनें सोमवार को रद कर दी गईं। लोकल ट्रेनें रद होने से लोगों को कार्य स्थल पर पहुंचने में दिक्कत हुई।

वहीं, दिल्ली से सटे हरियाणा के बहादुरगढ़, सोनीपत सहित अन्य स्थानों पर प्रदर्शनकारी ट्रैक पर धरना दे रहे थे, जिससे रेल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रैक खाली नहीं होने से कई ट्रेनों को रद करने का फैसला करना पड़ा। वहीं,  कई ट्रेनों का सफर गंतव्य से पहले समाप्त कर दिया गया। इसके साथ ही कई ट्रेनों के मार्ग में बदलाव करना पड़ा। इस वजह से यात्रियों को परेशानी हुई। जरूरी काम से सफर करने वाले यात्री परेशान दिखे।

उधर, यात्रियों का कहना था कि आंदोलन के नाम पर बार-बार ट्रेनों की आवाजाही बाधित करना अनुचित है, इससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अधिकांश यात्रि्यों को रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद पता चला कि उनकी ट्रेन रद कर दी गई है।

बठिंडा जाने के लिए स्टेशन पहुंचे आरपी सहगल ने बताया कि किसी काम से वह दिल्ली आए थे। वापसी का आरक्षण था, लेकिन ट्रेन रद हो गई। बिना आरक्षण के ट्रेन में सफर नहीं कर सकते हैं। इसी तरह से ऊना जनशताब्दी रद होने से परेशान विजय सलारिया का कहना था कि कुछ किसान संगठनों की वजह से पिछले लगभग एक साल से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर के यात्री परेशान हैं। आए दिन विरोध के नाम पर ट्रेनों की आवजाही रोक दी जाती है। प्रशासन को सख्त कदम उठाना चाहिए जिससे कि आम यात्रियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। वहीं, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ट्रेन रद करने का फैसला करना पड़ता है।

प्रदर्शन की वजह से रद की गईं प्रमुख ट्रेनें

चंडीगढ़-नई दिल्ली शताब्दी, नई दिल्ली-ऊना जनशताब्दी, पुरानी दिल्ली-बठिंडा एक्सप्रेस कुरुक्षेत्र-पुरानी दिल्ली एक्सप्रेस, जींद-पुरानी दिल्ली एक्सप्रेस, पुरानी दिल्ली-जाखल एक्सप्रेस।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here