पंजाब के स्कूलों में कोरोना महामारी फैलने से चंडीगढ़ में भी हड़कंप मच गया है। इसलिए चंडीगढ़ शिक्षा विभाग स्कूल आ रहे विद्यार्थियों की रैपिड टेस्टिंग कराने का फैसला ले सकता है। वहीं स्वास्थ्य विभाग का कहना कि हम तैयार हैं। अगर शिक्षा विभाग की तरफ की कोई सुझाव आएगा तो उस पर विचार किया जाएगा। विचार विमर्श करने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
बता दें कि शहर में कोरोना गाइडलाइन के साथ 7वीं से 12वीं क्लास तक के स्कूल खोले गए हैं7 स्टूडेंट्स को आने की अनुमति परिजनों की सहमति मिलने के बाद दी गई है। फिलहाल स्कूल में आने पर तापमान चेक किया जाता है और हाथों को सैनिटाइज करवाया जाता है। लेकिन पंजाब के स्कूल में जिस तरह से पॉजिटिव केस सामने आए, उनसे चंडीगढ़ विभाग डर गया है।
एेसे में आने वाले दिनों में बच्चों को रैपिड टेस्टिंग करने के बाद ही क्लास में बैठने के लिए भेजा जाएगा शहर में अभी विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों की ओर से संदिग्ध मरीजों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। कोरोना काल में स्कूल के स्टाफ और टीचिंग स्टाफ के कोरोना टेस्ट करवाए गए थे, जिसमें कई टीचर्स और स्टाफ सदस्य पॉजिटिव मिले थे।
शहर में अब तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है, जिससे यहां पर कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम हो गया है। पिछले 24 घंटों के दौरान शहर में 6 पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। ऐसे में जहां महामारी का प्रकोप कम हो रहा है, वहां शिक्षा विभाग किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहता।