इजरायल में यरुशलम डे पर अल-अक्सा मस्जिद में भड़की हिंसा

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वर्ष 1967 के अरब-इजरायल युद्ध के बाद पुराने यरुशलम के हिस्सों पर जीत की वर्षगांठ मना रहे इजरायल से चिढ़े फलस्तीनी प्रशासन ने गाजा पट्टी से इजरायल की तरफ तीन राकेट दागे। साथ ही यहूदियों और मुसलमानों के लिए संवेदनशील मामले को लेकर इस्लाम के तीसरी सबसे पवित्र मस्जिद अल-अक्सा के बाहर इजरायली अफसरों पर पत्थर फेंकने और हमला किए जाने के बाद जवाब में इजरायली पुलिस ने भी ग्रेनेड और आंसू गैस के गोले दागे। इस कार्रवाई में करीब 50 से अधिक फलस्तीनियों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।

इजरायल में आज यरुशलम डे के मनाए जाने पर अल-अक्सा मस्जिद में हिंसा इजरायल के यरुशलम डे मनाने पर अल-अक्सा मस्जिद में भड़की हिंसा शुरू हो गई। 80 से अधिक फलस्तीनी दंगाईयों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इजरायली पुलिस ने स्टेन ग्रेनेड और आंसू गैस से कार्रवाई की।

मस्जिद बन गया है पुलिस-दगाइयों के झड़प का मुख्य केंद्र

इजरायली पुलिस का कहना है कि फलस्तीनियों ने पहले उन पर पत्थर, कुर्सियां और अन्य वस्तुएं फेंक कर हमला किया था। फलस्तीनी दंगाइयों और इजरायली पुलिस अफसरों के बीच हुई झड़प के दौरान एक वीडियो फुटेज में इजरायली पुलिस को अल-अक्सा मस्जिद में घुसकर आसूं गैस के गोले दागते और स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल करते देखा गया है। यरुशलम का यह पवित्र स्थल इजरायली पुलिस और फलस्तीनी दंगाइयों के बीच हिंसक झड़प का मुख्य केंद्र बन गया है। इस झड़प में कई इजरायली अफसर और 80 से अधिक फलस्तीनी दंगाई गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इजरायल-फलस्तीन के बीच बढ़ा तनाव

अल-अक्सा मस्जिद परिसर में ताजा हिंसा के बाद इजरायल और फलस्तीन के बीच तनाव बेहद बढ़ गया है। इजरायली प्रशासन ने कहा है कि सोमवार को गाजा पट्टी की तरफ से इजरायल की ओर तीन राकेट दागे गए हैं। एक राकेट को एंटी-राकेट इरोन डोम सिस्टम ने रोक लिया और बाकी दो राकेट कहां गिरे फिलहाल इसका पता नहीं है। इन हमलों से जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। तनाव बढ़ने के चलते इजरायल सरकार ने इरेज क्रासिंग को बंद कर दिया है। यह गाजा पट्टी और इजरायली बस्ती के बीच अकेला पैदल रास्ता है।

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