लीड्स. वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ भारत ने सात विकेट से जीत दर्ज की। 265 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने 39 गेंद पहले ही मैच जीत लिया। खास बात यह है कि रोहित शर्मा ने इस मैच में शतक लगाकर वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 5 सेंचुरी का रिकॉर्ड बना दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बैटिंग में अनुशासन के नतीजे अब दिखने लगे हैं और इसी से उन्हें सफलता मिली।
‘कभी किसी रिकॉर्ड के बारे में नहीं सोचा‘
- रोहित से जब उनके 5 शतक के रिकॉर्ड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ मैदान पर अपना काम करता हूं। इस तरह के रिकॉर्ड्स के बारे में नहीं सोचता। मुझे पता है कि अगर मैं अच्छा खेलूंगा तो यह सब चीजें अपने आप होती जाएंगी। मेरा काम अपनी टीम को फिनिशिंग लाइन तक पहुंचाना है।” ग्रुप स्टेज में टॉप स्कोरर खिलाड़ियों में भी रोहित सबसे आगे हैं।
‘हर दिन पहला वनडे सोचकर बैटिंग करता हूं’
रोहित ने कहा, “मैंने अपने पहले के अनुभवों से यह सीखा है कि बल्लेबाजी में अनुशासन भी जरूरी है। जो हुआ सो हुआ। क्रिकेट में हर दिन नया है। मैं हर दिन को नए दिन की तरह शुरू करता हूं। मैं हमेशा यह सोच कर निकलता था कि मैंने इस टूर्नामेंट में वनडे नहीं खेले, न ही सेंचुरी लगाई। मैं हमेशा इसी सोच में रहने की कोशिश करता था।”
- मैच में शॉट सिलेक्शन के सवाल पर रोहित ने कहा, “मैं हर पिच पर अपने खेलने के तरीके और गेंदबाजों को देखकर शॉट चुनता हूं। इसी के आधार पर फैसला होता है कि मुझे कैसा खेलना है। अब तक इसका काफी फायदा हुआ है।”
हमने 7-1 के आंकड़े के बारे में नहीं सोचा था: विराट
मैच के बाद कप्तान कोहली ने कहा कि हम अच्छी क्रिकेट खेलना चाहते थे, लेकिन ग्रुप स्टेज में 7-1 की उम्मीद नहीं की थी। भारत के लिए इस तरह से एक साथ होकर खेलना सम्मान की बात है। दरअसल, भारत ने 9 मैचों में 7 मैच जीते, जबकि इंग्लैंड के खिलाफ उसे इकलौती हार मिली। टीम का न्यूजीलैंड के खिलाफ एक मैच बारिश के चलते रद्द हो गया था।
- कोहली ने आगे कहा, “सेमीफाइनल के लिए लगभग सभी चीजें तय हो गई हैं, लेकिन हम एक ही तरह की टीम नहीं बनना चाहते। हमें अगले दिन फिर शुरुआत करनी होगी और शानदार प्रदर्शन करना होगा।”