यही नहीं कुलदीप भी अभी बेंगलुरु में बीसीसीआई सेंट्रल ऑफ एक्सीलेंस में रीहैब कर रहे हैं। अभी वहां से उनके मैच फिट होने की रिपोर्ट नहीं आई है। 25 या 26 जनवरी तक कुलदीप फिट हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव को चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में रखने को लेकर सहमति बन गई है।
कौन बनेगा टेस्ट में कप्तान
दैनिक जागरण ने पहले ही बताया था कि शनिवार को मुंबई में हुई समीक्षा बैठक में भविष्य के कप्तान को लेकर चर्चा हुई थी। इसमें रोहित ने कहा था कि मैं कुछ महीनों तक खेलूंगा तब तक आप लोग भविष्य का कप्तान चुन लें। बुमराह भारत के टेस्ट कप्तान बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं, लेकिन फिटनेस संबंधी चिंताओं को देखते हुए वह लंबे समय के विकल्प नहीं लगते। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पहले और आखिरी टेस्ट में कप्तानी की, लेकिन चोट के कारण वह पांचवां मैच पूरा नहीं खेल सके।
ये माना जा रहा है कि रोहित चैंपियंस ट्रॉफी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलेंगे। भारतीय टीम को अगली टेस्ट सीरीज जून-जुलाई में इंग्लैंड के विरुद्ध उसके घर में खेलनी है। रोहित के पांच टेस्ट मैचों के लिए इंग्लैंड जाने की संभावना बहुत कम है। ऐसे में 31 वर्षीय बुमराह हेडिंग्ले में पहले टेस्ट में टीम की अगुआई करेंगे।
यशस्वी हैं गंभीर की पसंद
203 अंतरराष्ट्रीय मैच में 443 विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में 32 विकेट लेकर ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ बने थे। यह विदेशी धरती पर किसी भारतीय द्वारा झटके सर्वाधिक विकेट हैं। समीक्षा बैठक में एक मजबूत उपकप्तान को लेकर भी चर्चा हुई क्योंकि 30 साल के हो चुके बुमराह टेस्ट के अलावा वनडे और टी-20 में भी उपयोगी हैं। चयनकर्ता टेस्ट में पंत को कप्तान बनाना चाहते हैं, लेकिन कोच गंभीर को यशस्वी जायसवाल पसंद आ सकते हैं।
समीक्षा बैठक में यह भी चर्चा हुई कि टी-20 में सूर्यकुमार यादव कप्तान हैं। उनकी जगह वनडे टीम में नहीं है, ऐसे में वह वनडे के कप्तान हो नहीं सकते। तीन प्रारूप में तीन कप्तान रखना उचित नहीं। ऐसे में क्या बुमराह वनडे और टेस्ट दोनों में कप्तानी कर सकते हैं। इसका एक विकल्प है कि एक मजबूत उपकप्तान हो जो बुमराह के आराम लेने पर कप्तानी कर सके जैसा आस्ट्रेलिया में पैट कमिंस के आराम लेने पर होता है।