लॉकडाउन : गुजरात : रोजगार मिलते ही 200 प्रवासी मजदूरों ने घर जाने का विचार त्याग दिया, टिकट कैंसिल करवाई

0
61

नवसारी. राज्य में लॉकडाउन के इस कठिन समय के दौरान प्रवासी मजदूर अपने परिवारों के साथ घर से बाहर निकल रहे हैं, ऐसे में नवसारी में सकारात्मक खबर आई है। गुजरात में ही रोजगार मिलने के कारण यूपी-बिहार के लगभग 200 श्रमिकों ने अपने टिकट रद्द करवा दिए हैं।

जीवन सामान्य होने लगा है

नवसारी अब ग्रीन जिले की ओर आगे बढ़ रहा है, ऐसे में यहां उद्योग-धंधे शुरू हो गए हैं। इसलिए मजदूरों की आवश्यकता पड़ने लगी है। जो मजदूर अपने घर जाने का इरादा रख रहे थे, उन्हें काम मिल गया। इसलिए करीब 200 मजदूरों ने अपनी टिकटें रद्द करवा दी है। इन सभी ने अपने घर जाने का विचार त्याग दिया है।

अब तक 15 हजार श्रमिक जा चुके हैं

कोरोना के संक्रमण के चलते इस क्षेत्र से करीब 15 हजार मजदूर अपने घर चले गए हैं। कई लोग तो पैदल ही रवाना हो चुके हैं। जो रास्ते में काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैँ। इन हालत देखकर सचमुच रोना आता है। राज्यों में आपसी तालमेल के अभाव में ये मजदूर सीमा पर अटके पड़े हैं। जहां ये परिवार के साथ बहुत ही मुश्किलों से अपने दिन काट रहे हैँ। दूसरी ओर यहां बिजलपोर के रामनगर, शनेश्वरनगर और अन्य इलाकों के लोग इलाहाबाद, पटना, गोरखपुर, लखनऊ जाने के लिए ट्रेनों के टिकट बुक करवा लिए थे। लेकिन अब नवसारी में ही रोजगार मिलने के कारण करीब 200 परिवारों ने अपनी टिकट कैंसल करवा दी है। इन्हें विश्वास है कि अब शहर एक बार फिर दौड़ने लगेगा। फिर अपने घर जाकर भी वे क्या करते। वहां भी जाते ही 14 दिनों तक होम क्वारेँटाइन में रहना पड़ता। फिर वहां काम मिलेगा या नहीं, इसकी भी कोई गारंटी नहीं है। यह विचार यहां के एक कारीगर पन्नालाल मिस्त्री ने व्यक्त किए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here