शातिर ठगों द्वारा लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए दिन-ब-दिन नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। इन ठगों द्वारा साइबर क्राइम खासकर सोशल मीडिया की अलग-अलग साइट्स की मदद से लगातार इन घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश की जा रही है जिसके चलते बीते दिन साइबर क्राइम ठगों ने स्थानीय शहर की प्रमुख समाज सेवी संस्था रोटरी क्लब के करीब 10 सदस्यों की फोटो व्हाट्सएप नंबर पर डी.पी. बनाकर उनके रिश्तेदारों और करीबी दोस्तों को मैसेज भेज कर किसी बहाने पैसे मांग कर अपनी ठगी का शिकार बनाने की कोशिश करने का मामले सामने आए हैं।
इस संबंध में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के संगरूर के वकील संजीव गोयल ने बताया कि उन्हें आज सुबह एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई, लेकिन व्हाट्सएप पर डी.पी. पर उनके दोस्त की फोटो लगी हुई थी। उन्होंने बताया कि उनका दोस्त कल ही दुबई गया था, इसलिए उन्होंने यह सोचकर कॉल अटैंड की कि शायद उनके दोस्त ने किसी नए नंबर से कॉल किया है, लेकिन जब काल करने वाले व्यक्ति ने कोई बहाना बनाकर उनसे पैसों की मांग की तो वह समझ गए की यह सब ठगी का खेल है और किसी धोखेबाज ने उनके दोस्त की व्हाट्सएप पर डीपी लगाकर ठगी का जाल बिछाया है।
उक्त ठग ने मोबाइल नंबर 91 8099218534 से पैसे मांगने के साथ ही भरोसा जगाने के लिए अस्पताल में इलाज कराते हुए की फोटो भी भेजी गई। उन्होंने कहा कि वह कल से ही टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जब वह नंबर मिलाते हैं तो नंबर व्यस्त आता है। उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस प्रशासन और सरकार से लोगों को साइबर क्राइम ठगों से बचाने के लिए हैल्पलाइन नंबर पर पीड़ितों की शिकायत दर्ज करने का आसान तरीका बनाने और ऐसे ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

देश की जनता को साइबर क्राइम ठगों से बचाने के लिए सरकार ने लोगों को जागरूक करने के लिए रेडियो और संचार के अन्य माध्यमों के अलावा उपभोक्ताओं के मोबाइल फोन पर कॉलर ट्यून के रूप में जागरूकता संदेश लगाए हैं, लेकिन सरकार द्वारा सहायता के लिए दिए गए नंबर 1930 पर पीड़ित उपभोक्ता की कोई शिकायत दर्ज नहीं होने से लोग परेशान हैं।