झारखंड : नई विधानसभा में आग लगी, सभापति कक्ष, विपक्ष के स्थान, स्पीकर कक्ष का इंटीरियर पूरी तरह जला

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रांची. झारखंड के नई विधानसभा भवन में नए सत्र की शुरुआत होने से पहले बुधवार देर शाम आग लग गई। पूरे वेस्ट विंग में आग से फर्स्ट फ्लोर और सेकेंड फ्लोर पर चार जगहों में बड़ा नुकसान हुआ है। जहां आग लगी वहां बैंक, पोस्ट ऑफिस, विपक्ष के सदस्यों के बैठने की जगह और सभापति का कक्ष था। आग से चारों जगहों में रखे कुर्सी टेबल, फाल्स सिलिंग समेत अन्य सभी फर्नीशिंग जलकर राख हो गए।

आग इतनी ज्यादा थी कि दमकल की 10 गाड़ियां तीन घंटे में बुझा पाईं। 50 से अधिक दमकलकर्मी आग बुझाने में लगे हुए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शाम के करीब 7.30 बजे आग लगी। केयरटेकरों ने पहले विधानसभा का निर्माण करा रही कंपनी राम कृपाल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के वरीय अधिकारियों को, फिर जगन्नाथपुर थाना और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कंपनी जीएम सहित अधिकारी भी वहां पहुंचे। कंस्ट्रक्शन कंपनी ने कहा कि आग शॉर्ट सर्किट से नहीं लगी है। यह साजिश है। चार जगहों पर एक साथ शॉर्ट सर्किट से आग नहीं लग सकती। जहां आग लगी है वहां काम चल रहा है, कोई भी घुस सकता है।

आग इतनी भयावह थी कि किसी को कुछ समझ नहीं आया
आग इतनी भयावह थी कि दमकल कर्मियों को पता ही नहीं लग पा रहा था कि किस ओर से आग पर काबू पाएं। आग पर काबू पाने के लिए दमकलकर्मी अंदर से और छत पर चढ़कर आग बुझा रहे थे। सीढ़ी लगाकर दमकलकर्मी 30 फीट ऊंची छत पर चढ़े और खिड़कियों से पानी की बौछार कर आग पर काबू पाने की कोशिश की। करीब तीन घंटे के बाद आग पर काबू पाया गया।

कंस्ट्रक्शन कंपनी के लोग थे परेशान, उन्हें भी नहीं पता चल पा रहा था कैसे लगी आग
नए विधानसभा का निर्माण राम कृपाल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड करा रही है। आग लगने की सूचना पाकर कंपनी के जीएम सहित अन्य कर्मी व अधिकारी वहां तुरंत पहुंच गए। उन्हें खुद पता नहीं चल पा रहा था कि आग कैसे लगा। कंस्ट्रक्शन कंपनी के इंजीनियर भी वहां पहुंच गए। वे भी समझ नहीं पा रहे थे कि आग कैसे और अचानक एक साथ चार जगहों पर लग गई।

चार जगहों पर एक साथ नहीं लग सकती आग, जांच होनी चाहिए
आर के कंस्ट्रक्शन कंपनी के बीस से अधिक लोग आग बुझाने में लगे हुए थे। नीचे से लेकर दूसरे तल्ले तक सभी दौड़-धूप कर रहे थे, उनका कहना था कि ये पूरी तरह से साजिश है। एक साथ चार जगहों पर आग शॉर्ट सर्किट से नहीं लग सकती। साजिश की हो चाहिए जांच।

फोटो ले रहे मीडिया से उलझे कंस्ट्रक्शन कंपनी के लोग
कंस्ट्रक्शन कंपनी के लोग मीडिया वालों से भी उलझ गए। मीडिया वाले जब आग लगने की तस्वीर लेने लगे तो उन्हें पहले अंदर जाने से रोका गया। जब अंदर जाने के लिए मीडिया वालों ने जबरदस्ती की तो वे उनसे उलझ गए। उन्हें धक्का भी देने लगे। यह देख पुलिस वाले भी बीच-बचाव में आ गई, तब जाकर कंस्ट्रक्शन कंपनी के लोग शांत हुए। कंपनी के लोगों ने सभी गेट पर गार्ड लगा रखा था कि कोई मीडियाकर्मी अंदर नहीं घुस सके।

जल रहा था लोकतंत्र का मंदिर और हंस रहे थे विधानसभा सचिव
आग बुझाने में फायर ब्रिगेड लगीं थीं। सभी के चेहरों पर गंभीरता थी, लेकिन विधानसभा सचिव महेंद्र प्रसाद जलते भवन को देख हंस रहे थे।

कमियां देखने को शाम तक वहीं की थी बैठक
विधानसभा सचिव महेंद्र प्रसाद ने कहा- बुधवार को ही वहां अफसरों के साथ बैठक की थी। शाम तक सभी यहीं थे। हमने भवन का हैंडओवर ही नहीं लिया तो पुलिस ही इस मामले की जांच करेगी।

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