3.59 लाख करोड़ की संपत्ति का मालिक, ये है दुनिया के सबसे अमीर कैदी, कभी कहलाता था क्रिप्‍टो किंग

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क्रिप्टो की दुनिया में मशहुर और जाने-माने नाम चांगपेंग झाओ के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड दर्ज होने जा रहा है, जो सबको हैरान कर देने वाला है। अरबों डॉलर के मालिक चांगपेंग झाओ के नाम दुनिया के सबसे अमीर कैदी होने का रिकॉर्ड दर्ज होने वाला है।

क्यों हुई जेल की सजा ?
प्रमुख ग्लोबल क्रिप्टो एक्सचेंज बाइनेंस के फाउंडर एवं पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चांगपेंग झाओ को अमेरिका की एक अदालत ने जेल की सजा सुनाई है। पिछले साल ही उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। बता दें कि ये मुकदमा अमेरिका के एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों और प्रतिबंधों के उल्लंघन से जुड़ा हुआ है। हालांकि झाओ ने खुद को इस मामले में दोषी मान लिया है। उन्हें इसी सप्ताह मंगलवार को 4 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है।

अमीर लोगों की सूची में 50वें स्थान पर है चांगपेंग
झाओ अमेरिका में और संभवतः दुनियाभर में जेल जाने वाले सबसे अमीर व्यक्ति हैं। ब्लूमबर्ग के अनुसार झाओ की नेटवर्थ 43 बिलियन डॉलर करीब (3.59 लाख करोड़ रुपए) है। झाओ चीनी मूल के कनाडाई बिजनेसमैन, निवेशक और सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।अरबों डॉलर की दौलत के साथ ब्लूमबर्ग की दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में चांगपेंग अभी 42वें स्थान पर हैं। वहीं फोर्ब्स की लिस्ट में उनकी नेटवर्थ 33 बिलियन डॉलर बताई गई है और सबसे अमीर लोगों की सूची में 50वें स्थान पर रखा गया है।

क्रिप्टो इंडस्ट्री का दूसरा बड़ा मामला
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इतनी दौलत के साथ बाइनेंस फाउंडर न सिर्फ अमेरिका के इतिहास में, बल्कि संभवत: पूरी दुनिया के इतिहास में अब तक के सबसे अमीर कैदी बनने वाले हैं। यह बीते कुछ समय में क्रिप्टो इंडस्ट्री के दूसरे हाई-प्रोफाइल व्यक्ति को जेल की सजा हुई है। इससे पहले एफटीएक्स के सैम बैंकमैन-फ्रायड को धोखाधड़ी के मामले में जेल भेजा जा चुका है।

फ्रायड से बहुत कम है चांगपेंग की सजा
हालांकि बाइनेंस फाउंडर का मामला बिलकुल अलग है। इस कारण उन्हें सजा भी मामूली मिली है। प्रोसेक्यूटर चांगपेंग को 3 साल की कैद की सजा दिए जाने की मांग कर रहे थे। सैम बैंकमैन फ्रायड को 25 साल के कारावास की सजा मिली हुई है। फ्रायड के ऊपर ग्राहकों के साथ 8 बिलियन डॉलर की धोखाधड़ी करने का आरोप है।उनकी क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनी एफटीएक्स दिवालिया हो चुकी है।

झाओ ने मानी थी अपनी गलती
कोर्ट में झाओ ने अपनी गलती मान ली थी। उन्‍होंने कहा, “मैं एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम को लागू करने में विफल रहा। ‘मुझे खेद है। मुझे लगता है कि जिम्मेदारी लेने का पहला कदम गलतियों को पूरी तरह से पहचानना है। बायनेंस में मैं एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट को लागू करने में विफल रहा, मुझे इस गलती की गंभीरता का एहसास है।” बाइनेंस पर एक बहुत बड़ा आरोप “आतंकवादी फंडिंग” को नजरअंदाज करने का भी है। आरोप है कि फिलीस्तीनी मिलिटेंट ग्रुप हमास से जुड़े कुछ संदिग्ध लेनदेन थे, जिसे बाइनेंस ने रिपोर्ट नहीं किया।

2017 में की थी बाइनेंस की शुरुआत
चांगपेंग झाओ ने बाइनेंस की शुरुआत 2017 में की थी। यह दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्‍टोकरेंसी एक्‍सचेंज है। बाइनेंस की स्‍थापना के बाद झाओ ने कई क्रिप्‍टोएक्‍सचेंज का अधिग्रहण किया। अब वे सब इसके इकोसिस्टम का हिस्‍सा है। इसके अलावा बायनेंस के पास खुद की क्रिप्टोकरेंसी, कई क्रिप्टो वॉलेट और नई क्रिप्टोकरेंसी को लॉन्च करने वाला एक लॉन्चपैड भी है।

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