पंजाब सरकार ने जेलों में बंद महिला कैदियों के बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब इन बच्चों को भी शिक्षा का अवसर मिलेगा क्योंकि राज्य सरकार ने पंजाब की जेलों में आंगनबाड़ी केंद्र खोलने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वर्तमान में 46 बच्चों की पहचान की गई है जिनकी उम्र 6 साल से कम है और ये सभी अपने माताओं के साथ जेल में बंद हैं। जल्द ही ये बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों का हिस्सा बनेंगे जहां उन्हें पढ़ाई और खेल-खिलौनों का लाभ मिलेगा।
पंजाब जेल नियम 2022 के तहत इन बच्चों को सभी आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी। बच्चों को प्राथमिक शिक्षा, खिलौने, झूले और खेल के सामान से शिक्षा दी जाएगी। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को पोषण कार्यक्रम, प्रारंभिक शिक्षा और पौष्टिक भोजन मिलेगा। इसके अलावा बच्चों की चिकित्सकीय जांच की जाएगी और उनके शारीरिक विकास की निगरानी भी की जाएगी।
आंगनबाड़ी केंद्र के खुलने तक जेलों में बच्चों को जेबीटी (JBT) शिक्षक पढ़ाएंगे। इन शिक्षकों की नियुक्ति जनवरी 2025 में की गई थी। 15 जेबीटी शिक्षक बच्चों और उनकी माताओं को पढ़ाएंगे। एक महीने तक जेलों में आम स्कूलों की तरह कक्षाएं चलेंगी।